भारत में पहला कोविड का मामला जनवरी 2020 में आया था। तब से अब तक कोविड के कई वैरिएंट आ चुके है। सामान्यतः कोविड में सिरदर्द, मांसपेशियों और शरीर में दर्द, भुखार, सर्दी, थकान महसूस होना आदि जैसे लक्षण दिखाई देते है। ये लक्षण अन्य वैरिएंट्स के साथ भी दिखाई दे सकते है। इस लेख में आप Covid Cases in Kerala के बारे में जानेंगे। जहाँ पर कोविड-19 का एक नया सबवैरिएंट सामने आया है।
Covid Cases in Kerala
हाल ही में भारत के एक दक्षिणी राज्य केरला में कोविड-19 के मामले बढ़ते हुए नजर आए है। ये मामले कोविड-19 के एक नए सब-वैरिएंट जेएन.1 (JN.1) के आने से बढे है। अधिकारीयों के अनुसार इस सब-वैरिएंट का पता उन्हें एक नमूने के RT-PCR test से पड़ा था।
इस नए सब-वेरिएंट से पीड़ित मरीज 79 साल की एक वृद्ध महिला है। उस वृद्ध महिला को हल्का-हल्का इन्फ्लुएंजा जैसे बीमारी का लक्षण था। हालाँकि अब वह महिला ठीक हो गई है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा है की चिंता की कोई बात नहीं है और सारी चीज़ें अभी नियंत्रण में है। वीणा जॉर्ज ने ये भी कहा की अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड, कमरे, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि चीज़ों की उपलब्धता कराने के पर्याप्त कदम उठाये गए है।
इस नए सब-वैरिएंट को देखते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने अपनी आम जनता से आग्रह किया है की 60 साल से ऊपर के और जिनको खासी, बुखार या सर्दी है वे सभी मास्क जरूर पहने। इसके अलावा जिनको पहले से कोई गंभीर बीमारी है जैसे की दिल या गुर्दे से जुडी बीमारियां वे भी अपना ख़ास ख्याल रखे और मास्क जरूर पहने।
Facts Related to Covid Cases in Kerala
- कोविड-19 का नया सब-वैरिएंट जेएन.1 केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम में 8 दिसंबर 2023 को पाया गया था।
- सब-वैरिएंट जेएन.1 (JN.1) पहले भी कई देशों में पाया जा चूका है जिसमें यूनाइटेड स्टेट्स और चीन भी शामिल है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है की कोविड-19 के पहले के जितनी भी स्वीकृती प्राप्त वैक्सीनें है वे सभी इस नए JN.1 सब-वैरिएंट के खिलाफ काम करेंगी।
- डॉ. एनके अरोड़ा जो की INSACOG के प्रमुख है, उनका कहना है की JN.1 सब-वेरिएंट से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। INSACOG का काम भारत में फ़ैल रहे कोविड-19 के स्ट्रेंस की जीनोम सिक्वेंसिंग और वायरस के वेरिएशन पर निगरानी और अध्यन करना है।
Symptoms of COVID’s “JN.1” Subvariant
हालाँकि सब-वैरिएंट जेएन.1 की संक्रामकता और फैलने की क्षमता बढ़ी है, लेकिन इसके लक्षण अन्य की तुलना में हल्के है और इससे अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या की बढ़ोतरी की कोई खबर सामने नहीं आई है। आपको इससे बचाव के जितने भी उपाय है वे सभी अपनाने चाहिए ताकि ये सब-वैरिएंट और ना फैले।
जेएन.1 सब-वैरिएंट से संक्रमित लोगों के रिपोर्ट किये गए लक्षणों में शामिल है-
- बुखार (fever)
- नाक बहना (runny nose)
- गले में खराश (sore throat)
- सिरदर्द (headache)
- खांसी (cough)
- हल्के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण (mild gastrointestinal symptoms, कुछ मामलों में)
Preventive Measures for COVID JN.1 Subvariant
- बार-बार हाथ साफ करना
- 3 प्लाई मास्क का उपयोग करना
- सामाजिक दूरी बनाए रखना (Social distancing)
- खुद को अलग कर लें (isolate yourself)
- अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से में छींकें और हाथों की हथेलियों पर न खांसें
- सार्वजनिक स्थान पर न थूके
- खांसते और छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को ढक ले
- जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह ले
निष्कर्ष (Conclusion)
इस लेख में आपने केरल के कोविड मामलों के बारे में जाना। जिसके अंतर्गत आपने जाना की ये फिलहाल केरला में पाया गया है। इसका पता एक नमूने के किये गए RT-PCR test से पड़ा।
फिलहाल इस वैरिएंट से कोई खतरा नहीं बताया जा रहा है। केरल राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा है की चिंता की कोई बात नहीं है। और इस सबवैरिएंट के रोकथाम के लिए कदम उठाये जा रहे है।
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FAQ (Frequently Asked Questions)
हालाँकि कोविड-19 किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। लेकिन ये आमतौर पर मध्यम आयु वर्ग और बूढ़े लोगों को प्रभावित करता है। बढ़ती उम्र के साथ इसके लक्षणों का खतरा बढ़ सकता है।
8 दिसंबर 2023 को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम में कोविड-19 के सबवैरिएंट का मामला सामने आया था।
कोविड-19 के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 के लक्षण है- बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, खांसी और हल्के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण।